Wednesday, November 30, 2016

राजीव दीक्षित की मौत के पीछे साजिश?



Journalist Indian: राजीव दीक्षित की मृत्यु कैसे हुई इस पर अब भी कोई खुलकर न ही कह पाता है न ही किसी को पता है. क्या उस समय के तथाकथिक विदेशी ताकतों या राजनेताओं ने कुछ भी सामने नहीं आने दिया था? और न ही किसी मीडिया चैनल ने सही से दिखाया था. राजीव दीक्षित का नाम जेहन में आते ही एक स्वदेशी को बढ़ावा देने वाले वैज्ञानिक और प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता की छवि आंखों के सामने आ जाती है. इसे संयोग कहें या बिडम्बना 30 नवंबर को ही राजीव जी का जन्म हुआ था और 30 नवंबर के दिन ही वो काल के गाल में समा गये थे. लेकिन राजीव दीक्षित की मृत्यू आज तक भी रहस्य बनी हुई है. भिलाई में भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिससे 30 नवम्बर 2010 को उनकी रहस्यमय मौत हो गई. उनकी मृत्यु की वजह दिल का दौरा बताया जाता रहा है, जो सत्य नहीं लगता क्योंकि उनका एक व्याख्यान तो इस पर ही था कि बिना डॉक्टर और बिना दवा के स्वस्थ कैसे रहें. राजीव दीक्षित की मृत्यु को शुरु से ही बड़ी साजिश बताया जाता रहा है. क्योंकि उनके व्याख्यान लोगों को स्वदेशी बना रहे थे जो विदेशी कंपनियों और देशद्रोहियों को सहन नहीं हो रहा था. ये अत्यंत गंभीर मामला है. लेकिन राजीव दीक्षित की मौत आज भी एक रहस्य है. राजीव दीक्षित की अचनक मौत हो जोना और उनका पोस्टमार्टम भी नही होना किसी गहरे साजिश की ओर इसारा करती है. जैसे मृत्यु के बाद राजीव दीक्षित के होठ गहरे नीले और शरीर का हल्का नीला पड़ना, मीडिया का मौन व्रत धारण करना एक दो चैनेलों के आलावा कोई भी मुख्य चैनलों ने राजीव दीक्षित की मृत्यु का समाचार प्रसारित नहीं किया. राजीव दीक्षित की मृत्यु के कुछ वीडियो यूट्यूब पर देखे जिन्हें देखकर ये लगता है कि उनकी मौत एक साजिश थी. कुछ वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि राजीव दीक्षित का शरीर कैसे काला पड़ गया है. सिर्फ यही एक वजह नहीं है राजीव दीक्षित की मृत्यु को हत्या कहने की कई और भी वजहें हैं जिनसे पर्दा उठना अभी बाकी है. राजीव दीक्षित की मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम भी नही किया गया था. जबकि एसी मौतों में हमेसा पोस्टमार्टम किया जाता है....यहां पर  सबसे बड़ा सवाल ये भी उठता है कि अगर राजीव दीक्षित की मौत हुई थी तो किस वजह से हुई थी.? इस पर सोचने पर लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु की याद आती है दोनों की मृत्यु के लक्षण बहुत मिलते जुलते हैं. अगर ये एक सामान्य मौत न होकर एक हत्या है तो इस राज से पर्दा जरुर उठना चाहिए?